आज बादल गरजे नहीं,
दिल कहीं लगा नहीं
आँखें मूँद लीं खुलते ही,
मेरे लिए यह सुबह नहीं
यह दिन जी तो पाते ना हम,
मगर तुम यहीं बैठे हो
मन घबराता हुआ सही,
दरिया में गोते लगाता कई
बेबुनियाद दर्द के दलदल में,
पगला, ठिकाना अपना ढूंढता कहीं
सतह तक वापस आना तो चाहते ना हम,
मगर तुम यहीं बैठे हो
मुस्कुराना हम चाहते नहीं,
आंसुओं को तुम जो चूम लेते हो
खुश रहने की भी हिम्मत नहीं,
तुम दर्द का जो ख़याल करते हो
मगर हंसी देखो रूकती नहीं
जब तक तुम यहीं बैठे हो
7 comments:
This is like 'Cheers Darling' for me, only richer!
:-*
^ That was me btw. Tapas
I would have known who it was :)
Bahoot hi sunder tarike se piroe hue lines hai.
Dil ko choo lete hai.
Mayank Kumar Rai
hi
Barish ka connection sidhe dil se hota hai
Mayank Kumar Rai
reading it zillionth time today. this one's the favorite among the eqauls
Thank you :)
Try translating the page to English, it's hilarious xD
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